Dil Ka Dard, sad shayari, Shayari,


कोई दीवाना कहता हैं…

कोई पागल समझता हैं…

मगर धरती की बेचैनी को,

बस बदल  समझता हैं…

में तुझसे दूर कैसे हो,

तू मुझसे दूर कैसी है…

ये तेरा दिल समझता है,

या मेरा दिल समझता है…